चुनाव कार्यालय स्थापना की परंपरा भाजपा की देन

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राजनांदगांव. संसदीय क्षेत्र में चुनाव कार्यालय स्थापना की परंपरा जिले की राजनीति को भाजपा की देन है. वर्ष 1989 में पहली मर्तबा यहाँ भाजपा ने न केवल चुनाव कार्यालय स्थापित किया बल्कि चुनावी जीत भी हासिल की थी.

चुनावी मौसम में इन दिनों भाजपा का संसदीय चुनाव कार्यालय स्टेशन रोड़ पर स्थित है. महाजन बाडी़ नाम की व्यवसायिक इकाई ( धर्मशाला ) में यह कार्यालय इन दिनों 24 घंटे सुचारू रूप से संचालित हो रहा है.

कारगर रही रणनीति. . .

चुनाव कार्यालय की स्थापना की रणनीति वैसे भाजपा के लिए फायदेमंद ही साबित हुई है. संसदीय क्षेत्र में पहली मर्तबा 1989 के चुनाव में कार्यालय स्थापित करने के बाद भाजपा ने बहुतायत चुनाव में यहाँ विजयश्री ग्रहण की.

वर्ष 2007 में हुए लोकसभा उपचुनाव को मिलाकर 1989 से अब तक कुल दस संसदीय चुनाव हो चुके हैं. इनमें से भाजपा ने 7 चुनावी दौड़ में जीत हासिल की.

इस अवधि में कांग्रेस का प्रदर्शन लगातार गिरते चले गया. वह महज तीन बार ही विजेता साबित हुई. इसमें भी 2007 में हुए लोकसभा उपचुनाव में वह भाजपा के खिलाफ बने नकारात्मक माहौल के चलते ही जीत सकी थी.

पहली मर्तबा वर्ष 1989 का संसदीय चुनाव कार्यालय रामाधीन मार्ग में स्थापित हुआ था. तब धर्मपाल गुप्ता जोकि दुर्ग से थे, भाजपा की टिकट पर सांसद बने थे.

1991में भी रामाधीन मार्ग में ही भाजपा ने संसदीय चुनाव कार्यालय बनाया था. हालाँकि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की हत्या के चलते उपजी सहानुभूति में यह चुनाव कांग्रेस के शिवेंद्र बहादुर सिंह तब जीतने में सफल हुए थे.

साल 1996 में भाजपा का संसदीय चुनाव कार्यालय रामाधीन मार्ग से कामठी लाइन स्थानांतरित हो गया था. उस समय अशोक शर्मा राजनांदगांव सांसद चुने जाने वाले दूसरे भाजपाई हुए थे.

वर्ष 1998 में भले ही भाजपा का चुनावी कार्यालय कामठी लाइन में ही रहा लेकिन नतीजे उसके अनुरूप नहीं आए थे. तब दुर्ग से आए कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले मोतीलाल वोरा ने सांसद बनने का सौभाग्य अर्जित किया था.

इसके अगले ही साल मध्यावधि चुनाव हुए जिसमें डा. रमन सिंह ने मोतीलाल वोरा को ऐसा हराया कि वह फिर कोई चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पाए. तब भाजपा का संसदीय चुनाव कार्यालय गाँधी चौक में हुआ करता था.

वर्ष 2004 का संसदीय चुनाव भाजपा के प्रदीप गाँधी जीतने में सफल हुए थे. तब चुनावी कार्यालय कामठी लाइन में ही बना था. गाँधी की बर्खास्तगी के चलते वर्ष 2007 में लोकसभा चुनाव हुआ तो चुनावी कार्यालय महाराज बाडी़ में हुआ करता था.

हालाँकि इस उपचुनाव में भाजपा के लीलाराम भोजवानी को कांग्रेस के देवव्रत सिंह के हाथों हार झेलनी पडी़ थी. लेकिन इसके बाद के सभी संसदीय चुनावों में यहाँ से भाजपाईयों के सिर पर जीत का सेहरा बंधते आ रहा है.

बन गया था पार्टी दफ्तर . . .

इस अवधि तक भाजपा का जिला कार्यालय तैयार हो चुका था. भाजपा से वर्ष 2009 में मधुसूदन यादव, साल 2014 में अभिषेक सिंह और वर्ष 2019 में वर्तमान प्रत्याशी संतोष पांडे़ सांसद चुने गए थे. उस वक्त भाजपा के संसदीय चुनाव कार्यालयों का संचालन जीई रोड़ किनारे स्थित पार्टी दफ्तर से ही भाजपा ने किया था.

अब जबकि एक बार फिर से सांसद संतोष पांडे़ पर भाजपा ने भरोसा जताया है तो पार्टी का संसदीय चुनाव कार्यालय स्टेशन रोड़ से कार्य कर रहा है. महाजन बाडी़ में स्थित इस कार्यालय में चाय-नाश्ता से लेकर रूकने तक की व्यवस्था पार्टी के कार्यकर्ताओं को मिल रही है.

( भाजपा संसदीय चुनाव कार्यालय में मौजूद सर्वश्री योगेशदत्त मिश्रा, अशोक लोहिया, अमर ललवानी से की गई बातचीत पर आधारित खबर. )

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