सीएम के निर्वाचन जिले में भर्ती घोटाला, स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

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पंकज शर्मा/रायपुर।

स्वास्थ्य विभाग में इन दिनों हड़कंप सी स्थिति है. मुख्मयंत्री के निर्वाचन जिले में हुई फार्मासिस्ट ग्रेड 2 की भर्ती में कथित तौर पर अनियमितता की जांच अब आगे बढ़ गई है. बताया जाता है कि दोषी चिकित्सकों को चार मई को रायपुर तलब किया गया है.

उल्लेखनीय है कि फार्मासिस्ट ग्रेड 2 के 21 पदों पर वर्ष 2011 में राजनांदगांव जिले में नियुक्ति हुई थी. मुख्यमंत्री के निर्वाचन जिले में हुई नियुक्ति तब विवादों से घिर गई जब इसकी यह कहते हुए शिकायत हुई कि आरक्षण नियमों का पालन नहीं किया गया है. इसके साथ ही राजनांदगांव रोजगार कार्यालय में चयनित अभ्यर्थियों का पंजीयन भी नहीं था.

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क्या है प्रकरण क्रमांक 103/2011
बताया जाता है कि शिकायत होते ही स्वास्थ्य विभाग ने इसकी प्रारंभिक जांच कराई. प्रारंभिक जांच का जिम्मा तब के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर डॉ. एसके बिंझवार को सौंपा गया था.
डॉ. बिंझवार ने 13 मार्च 2012 को जो जांच रपट सौंपी थी वह प्रकरण क्रमांक 103/2011 के नाम से दर्ज है. अब इसी प्रारंभिक जांच पर विभागीय स्तर पर जांच शुरु हुई है. स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप की स्थिति है.

लिए थे बयान, बुलाया रायपुर
स्वास्थ्य विभाग ने जांच का जिम्मा आईएफएस अनिल कुमार साहू को सौंपा है. साहू इन दिनों विभाग के सचिव का दायित्व संभाल रहे हैं. अभी हाल ही में उन्होंने राजनांदगांव आकर भर्ती की जांच शुरु की थी. तब भर्ती घोटाले से जुड़े तमाम चिकित्सकों के बयान लिए गए थे.

अब बयान से मामला थोड़ा और आगे बढ़ गया है. बताया जाता है कि सचिव ने सभी दोषी पाए गए चिकित्सकों को चार मई को रायपुर तलब किया है. इनमें डॉ. एसके चेलानी, डॉ. मिथलेश चौधरी, डॉ. पवन जेठानी, डॉ. श्रीमती अल्पना लूनिया, डॉ. आरएस ठाकुर व डॉ. आरके सक्सेना के नाम बताए जाते हैं.

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