यात्रीगण सावधान ! आईआरसीटीसी पैसेंजर्स का डाटा बेच रहा

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नेशन अलर्ट/मुंबई.

इंडियन रेल्‍वे केटरिंग एंड टूरिस्‍म कॉर्पोरेशन के एक टेंडर ने रेल्‍वे के यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी है। दरअसल, रेल्‍वे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी का यह टेंडर पैसेंजर्स के डाटा से जुड़ा हुआ है जिसे बेचने का प्‍लान रेल्‍वे का है।

पूरे हिंदुस्‍तान में ट्रेन बुकिंग में तकरीबन आईआरसीटीसी का ही दबदबा है। यह कंपनी वेबसाइट के माध्‍यम से जो टिकट बुक करती है उसमें यूजर्स का डिजिटल डेटा उपलब्‍ध रहता है। अब इसे ही बेचकर कंपनी अतिरिक्‍त कमाई करने का जरिया बना रही है।

कंसलटेंट नियुक्‍त करेगी

डेटा बेचने के लिए आईआरसीटीसी एक कंसलटेंट नियुक्‍त करेगी। यही कंसलटेंट उसे बताएगा कि यूजर्स के डेटा को किस तरह से बेचा जा सकता है। हालांकि कंपनी का दावा है कि वह ग्राहकों के डेटा प्राइवेसी का ध्‍यान रखेगी लेकिन यूजर्स के मन में सवाल उठ रहा है कि प्राइवेसी और सेफ्टी का क्‍या होगा।

आईआरसीटीसी के पास यूजर्स का हंड्रेड टीबी से ज्‍यादा का डाटा उपलब्‍ध है। इसमें सभी लोगों के नाम से लेकर नंबर तक डिटेल मौजूद है। इस पर्सनल डिटेल्‍स के डाटा को बेचने से तकरीबन एक हजार करोड़ रूपए जुटाने की योजना आईआरसीटीसी की है। आईआरसीटीसी ने बकायदा इसके लिए एक टेंडर भी जारी कर दिया है।

माना जाता है कि देशभर में तकरीबन ढाई करोड़ लोग आईआरसीटीसी के माध्‍यम से रेल टिकट बुक कराते हैं। रेल्‍वे के दो-तिहाई टिकट ऑनलाइन बुक किए जाते हैं और इसी में आईआरसीटीसी का एकतरफा बोलबाला है। थर्ड पार्टी से कंपनी ट्रेव्‍हलिंग पैटर्न, हिस्‍ट्री और लोकेशन का ही डेटा शेयर करेगी जबकि उसका दावा है कि वह यूजर्स के बैंक और ट्रांजेक्‍सन का डेटा शेयर नहीं करेगी।

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