क्या अरुण वोरा बन पाएंगे मंत्री?

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नेशन अलर्ट l रायपुर.

दुर्ग शहर से विधायक चुने गए अरुण वोरा क्या बघेल मंत्रीमंडल में स्थान प्राप्त कर पाएंगे? दरअसल, दस मंत्रियों में जगह मिल पाना इसलिए संभव नहीं लगा रहा है क्योंकि अरुण सामान्य वर्ग से आते हैं और ब्राह्मण हैं.

लेकिन एक ऐसा तथ्य है जिसके चलते अरुण वोरा को हर हाल में मंत्री पद मिलेगा यह भी दावा कांग्रेसी कर रहे हैं. अरुण कांग्रेस के पूर्व कोषाध्यक्ष व वर्तमान महासचिव प्रशासन मोतीलाल वोरा के सुपुत्र हैं.

क्या है नेशनल हेराल्ड कनेक्शन?
कांग्रेसी सूत्र बताते हैं कि अरुण को मंत्री पद मिलना तय है. इसके वे कारण भी गिनाते हैं. उनके बताए अनुसार अरुण को मंत्री उनके पिता मोतीलाल वोरा मंत्री बनवाएंगे.

सूत्रों के मुताबिक मोतीलाल वोरा हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ नेशनल हेराल्ड केस में आरोपी बनाए गए हैं. यही केस अब अरुण को मंत्री पद तक ले जाएगा.

नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस परिवार के सोनिया गांधी व राहुल गांधी भी आरोपी हैं. कांग्रेसी कहते हैं कि मोतीलाल वोरा की गवाही पर बहुत से तथ्य टिके हुए हैं.

मोतीलाल वोरा शुरु से कांग्रेसी परिवार के नजदीकी रहे हैं. उन्हें सोनिया गांधी से मिलने-जुलने में कभी कोई परेशानी नहीं हुई. यही हाल राहुल गांधी के साथ भी उनके रिश्तों का है.

अब जबकि भूपेश बघेल मंत्रिमंडल की कवायद में जुटे हुए हैं तो दुर्ग के कांग्रेसी इस बात से आश्वस्त हैं कि अरुण का पत्ता कोई नहीं काट सकता.

वोरा से मिले भूपेश
इधर, नई दिल्ली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेसी दिग्गज मोतीलाल वोरा से सौजन्य भेंट की है. हाल के दिनों में वोरा से उनकी यह दूसरी मुलाकात बताई जाती है.

मतलब साफ है कि कहीं न कहीं, कुछ न कुछ पक रहा है. यदि अरुण को मंत्रिमंडल में स्थान मिलता है तो आने वाले दिनों में विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर सत्यनारायण शर्मा अथवा रविंद्र चौबे में से कोई एक काबिज हो जाए.

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