गौ सेवकों जागो, छत्‍तीसगढ़ में कट गई गाय

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नेशन अलर्ट/मनेंद्रगढ़.

गाय का मसला एक बार फिर से राजनीतिक रंग ले सकता है। दरअसल, नवगठित मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में गाय काटे जाने के बाद उसके तीन आरोपियों के गिरफ्त में आने के बीच अब मामला साम्‍प्रादायिक रंग लेने की ओर बढ़ रहा है। हिंदुवादी संगठनों और गौ रक्षा वाहिनी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी देने का एक तरह का शासकीय फर्ज अपनी तरफ से पूरा कर देने का जीवंत उदाहरण गौ सेवकों के समक्ष रखा है।

मनेंद्रगढ़ के थाना प्रभारी सचिन सिंह बताते हैं कि सारा मामला गाय के गुम हो जाने पर शिकायत के बाद शुरू हुआ। सचिन के मुताबिक एक गाय गुम हो गई थी जिस पर उसके मालिक ने खोजबीन शुरू की। खोजते खोजते वह वार्ड नं 4 में स्थित एक नाले की ओर पहुंचा। इस नाले के आसपास अमूमन कई मर्तबा पशु चरते हुए दिखाई देते हैं।

थाना प्रभारी आगे बताते हैं कि इसी स्‍थान पर एक परिवार उसे गाय काटते हुए नजर आया। गाय के गुम हो जाने से थकेमांदे इस व्‍यक्ति ने तत्‍काल पुलिस को सूचित किया। चूंकि मामला गाय से जुड़ा हुआ था और स्थित गंभीर हो सकती है यह देखकर पुलिस भी तत्‍काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने अपने सामने गौकसी करते हुए जिन तीन आरोपियों को पकड़ा वह मूलत: उत्‍तरप्रदेश के निवासी बताए गए हैं।

इलाहाबाद का है आरोपी मुस्लिम परिवार

टीआई के मुताबिक गाय काटते हुए उन्‍होंने जिन खुर्शीद अनवर (60) और उनकी बेटी सहाना, बहू रिजवाना को गिरफ्तार किया है वह मूलत: उत्‍तरप्रदेश के इलाहाबाद का रहने वाला है। बेटा अशरफ मौके से फरार हो गया है जिसकी खोजबीन करने के निर्देश दे दिए गए हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने गाय के चारों पैर, दूसरे अंगों सहित सिर बरामद होने की बात कही है।

प्रभारी सिंह आगे बताते हैं कि गाय को जिस धारदार हथियार से काटा जा रहा था उसे भी जप्‍त कर लिया गया है। उनके अनुसार पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला पंजीबध कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।

इधर सर्व हिंदू संगठन के साथ गौ रक्षा वाहिनी ने घटना को लेकर आक्रोश जताया है। दोनों संगठनों ने इस तरह की घटना पर उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा है कि गाय की ऐसी हालत करने में एक धर्म विशेष के लोग शामिल हैं। पड़ोसियों के हवाले से उन्‍होंने बताया कि आरोपी परिवार करीब तीन साल से मनेंद्रगढ़ में आकर रह रहा था।

आरोपियों के संबंध में यह जानकारी मिल रही है कि वे कहीं न कहीं से गाय हरदम लेकर आते थे। घर के आंगन में गाय को दो चार रोज बांधकर रखते थे। इसके बाद गाय कहां जाती थी, उसके साथ क्‍या कुछ होता था, क्‍या कुछ किया जाता था यह किसी को पता नहीं चलता था। दो दिन पहले ही ये एक  गाय लेकर पहुंचे थे जो कि आज सुबह से किसी को दिखाई नहीं दी थी। अब जबकि एक गाय को काटते हुए वही लोग पकड़े गए हैं तो मामला गंभीर हुए जा रहा है।

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