भूपेश की शंका पर उमर अब्दुल्ला ने दी कानूनी कार्रवाई की चेतावनी

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रायपुर.

जम्मू-कश्मीर के भूतपूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के एक बयान को लेकर  कहा है कि भूपेश बघेल जल्द ही उनके वकीलों का नोटिस पाएंगे. उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर यह बयान भूपेश बघेल के एक कथन पर दिया है जो कि उन्होंने अंग्रेजी अखबार द हिंदू को एक इंटरव्यू में दिया था.

हिंदू में प्रकाशित एक इंटरव्यू में भूपेश बघेल ने कहा था कि वे राजस्थान के घटनाक्रम को बहुत बारीकी से तो नहीं देख रहे हैं, लेकिन जहां तक सचिन पायलट का मामला है, एक उत्सुकता पैदा होती है कि उमर अब्दुल्ला को क्यों रिहा किया गया था ? उन्हें और महबूबा मुफ्तीजी को एक ही दफाओं में गिरफ्तार किया गया था, जबकि वे अभी जेल में ही हैं, उमर अब्दुल्ला बाहर हैं. क्या यह इसलिए है कि सचिन पायलट उमर अब्दुल्ला के बहनोई हैं ?

भूपेश बघेल की इस उत्सुकता को लेकर उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर आज शाम लिखा- मैं उन झूठे और बदनीयत आरोपों से थक चुका हूं कि मेरे और मेरे पिता की रिहाई का सचिन पायलट से कोई लेना-देना है. अब बहुत हो गया. अब भूपेश बघेल से मेरे वकील संपर्क करेंगे.

उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस ने भी भूपेश बघेल की शंकाओं का लंबा जवाब देते हुए कहा है कि यह कथन झूठा और अपमानजनक है.

यह सर्वविदित सार्वजनिक तथ्य है कि उमर अब्दुल्ला की रिहाई अदालती दखल से हुई है, और इस गैरकानूनी हिरासत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी.

सुप्रीम कोर्ट की कार्रवाई के दौरान केंद्र सरकार ने बचाव का रास्ता न देखते हुए यह हिरासत खत्म की थी.

नेशनल कांफ्रेंस ने आगे कहा है कि वे भूपेश बघेल के अपमानजनक बयान और अपने वकीलों से बात कर रही है, और आगे कार्रवाई करने जा रही है.

इस पर उमर अब्दुल्ला के ट्वीट का जवाब देते हुए भूपेश बघेल ने वहीं लिखा- उमर अब्दुल्लाजी लोकतंत्र के खात्मे की इस त्रासदी को इस तरह न मोड़ें। यह ‘आरोप’ महज एक सवाल था, और हम ऐसे सवाल पूछना जारी रखेंगे जैसे देश पूछ रहा है.
 
इस पर उमर अब्दुल्ला ने जवाब दिया- आप अपना जवाब मेरे वकीलों को भेज सकते हैं. आज भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ यही दिक्कत है कि आप लोग अपने दोस्तों और दुश्मनों में फर्क नहीं जानते. यही वजह है कि आज आप लोग ऐसी बुरी फजीहत में फंसे हैं. आपका सवाल बुरी नीयत का था, और उसे इस तरह छोड़ा नहीं जाएगा.

( साभार : छत्तीसगढ़ )

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