बघेल v/s जोगी : फिर खिंची राजनीतिक तलवारें

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रायपुर.

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी के बीच राजनीतिक तलवारें एक बार फिर खींच गई है. अपने दिल्ली प्रवास के दौरान मेल मुलाकात को लेकर सवाल उठाने पर उन्होंने अमित को करारा जवाब दिया है.

उल्लेखनीय है कि अमित जोगी ने दावा किया था कि भूपेश बघेल ने बंद कमरे में अडानी समूह के लोगों से मुलाकात की है.

अमित का यह भी दावा था कि मुख्यमंत्री ने लौह अयस्क व कोयला खदानों के पांच बड़े सौदे किए हैं. यह आरोप उन्होंने सागौन बंगले में रविवार को ली गई पत्रकार वार्ता में लगाया था.

अमित जोगी का आरोप था कि 14 जून की शाम 6 से रात 8 बजे तक दिल्ली स्थित छत्तीसगढ़ सदन में मुख्यमंत्री ने अडानी इंटरप्राइजेस लिमिटेड के मालिक गौतम अडानी के भाई राजेश अडानी से मेल मुलाकात की थी.

उनका यह भी दावा था कि अडानी समूह के कार्पोरेट वाइस प्रेसिडेंस विनय प्रकाश गोयल व छत्तीसगढ़ प्रभारी वैभव अलसी इस मुलाकात के दौरान वहां मौजूद थे.

जिन पांच खदानों की सौदेबाजी का आरोप अमित लगा रहे हैं उससे छत्तीसगढ़ से प्रतिवर्ष 170 मिलियन टन लौह अयस्क व कोयला प्रदेश से अडानी समूह ले जाएगा ऐसा उनका कहना है.

इस कोयले व लौह अयस्क का मूल्य प्रदेश के वार्षिक बजट से तीन सौ गुना अधिक अमित जोगी बता रहे हैं. अमित कहते हैं कि भूपेश राज में अडानी के अच्छे दिन नहीं आने देंगे.

27 जून को रायगढ़ में जन सुनवाई के दौरान अडानी समूह का विरोध करने की बात अमित जोगी ने पत्रकार वार्ता में कही थी. इस विरोध में नेता और कार्यकर्ता सहित जकांछ के विधायक मौजूद रहेंगे ऐसा उनका कहना था.

मिलने में बुराई क्या है?

इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी अमित जोगी पर करारा प्रहार किया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री के नाते वह सभी लोगों से मिलते हैं.

सीएम भूपेश के अनुसार मिलने में बुराई क्या है? मिलने में किसी को क्यों परेशानी हो रही है? छत्तीसगढ़ का हित उनके लिए सर्वोपरि है. उसके साथ कोई भी समझौता नहीं कर सकते.

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