अंतागढ टेपकांड में फिरोज ने दी चेतावनी

शेयर करें...

नेशन अलर्ट, 97706-56789

रायपुर.

अंतागढ़ टेपकांड की जांच को आधी अधूरी बताते हुए इसे उजागर करने वाले फिरोज सिद्दीकी ने धमकी दी है. उन्होंने पुलिस की भूमिका पर संदेह जताते हुए चेतावनी दी है कि यदि इसी तरह से जांच होती रही तो वह एजेंसी को कोई सहयोग नहीं करेंगे.

दरअसल मामला अंतागढ़ टेपकांड की जांच में आए नये तथ्यों से जुड़ा हुआ है. फिरोज सहित अमीन मेमन से दो पेन ड्राइव और चार सीडी में ऑडियो वीडियो मिले थे. इन्हें फोरेंसिक जांच के लिए चंडीगढ़ लैब भेजा गया था.

चंडीगढ़ फोरेंसिक लैब में जांच करने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि पेनड्राइव व सीडी ओरिजनल नहीं है. इन्हें कॉपी पेस्ट कर तैयार किया गया है. यदि ओरिजनल डिवाइज दी जाती है तो ही जांच की जाएगी.

एसएसपी के बयान से बिगड़ा मामला

मामले में दरअसल एसएसपी रायपुर ने जो बयान मीडिया को दिया है उस बयान से मामला बिगड़ गया है. एसएसपी ने कहा है कि फिरोज सिद्दीकी से ओरिजनल डिवाइस मांगी गई है.

उनका यह भी कहना है कि यदि फिरोज कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है तो फिरोज सिद्दीकी के घर सर्च भी किया जा सकता है. इसके बाद फिरोज सिद्दीकी उखड़ गए हैं.

इसके तुरंत बाद फिरोज ने पत्रकार ग्रुप रायपुर सीजी में धड़ाधड़ सात पोस्ट डाल दिए. उन्होंने लिखा है कि नामधारी आरोपियों में किसी का भी कथन लिया नहीं गया है. शराब माफिया और बिल्डर से पूछताछ नहीं की गई.

अपने कथन में किस किस की भूमिका रही है इसे स्पष्ट शब्दों में बताते हुए फिरोज सिद्दीकी ने कहा है कि पुलिस जानबूझ कर आरोपियों को फायदा पहुंचाने का प्रयास कर रही है.

जांच एजेंसी को पर्याप्त साक्ष्य स्वयं के द्वारा दिए जाने की बात लिखते हुए फिरोज ने आगे लिखा है कि धारा 164 के तहत उनका बयान नहीं करवाना भी पुलिस की भूमिका को संदेहास्पद बताता है.

उनके मुताबिक आरोपियों को गिरफ्तार न करना पड़े और उन्हें कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल जाए इसकारण पुलिस ऐसा प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा है कि 2015 में इसी ऑडियो टेप की फोरेंसिक पर्सनल जांच कांग्रेस द्वारा करवाई गई थी.

तब ऑडियो सहीं निकला था. इसका सर्टिफिकेट भी हाईकोर्ट में लगाया गया था. स्वयं को जांच एजेंसी की नियत में खोट नजर आने की बात लिखते हुए फिरोज ने आगे लिखा है कि अंतागढ़ की आड़ में दूसरे अहम वीडियो पुलिस प्राप्त करना चाहती है.

फिरोज ने लिखा है कि अंतागढ़ की आड़ में दूसरे स्टिंग ऑपरेशन की वीडियो सीडी प्राप्त कर पुलिस उसे नष्ट करना चाहती है. उन्होंने एसपी के बयान का उल्लेख करते हुए लिखा है कि यदि इस तरह के बयान पुलिस देगी तो मैं जांच एजेंसियों को कोई सहयोग नहीं करूंगा.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *