अष्टमी पर होगी शीतला माता की पूजा

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रायपुर.

शीतला अष्टमी का पर्व इस बार गुरूवार को मनाया जाएगा. बूढ़ाबसोड़ा या लसोड़ा के नाम से मनाए जाने वाले पर्व में माता को ठंडा भोजन परोसा जाएगा.

प्राय: उत्तर भारतीय परिवार इस पर्व को धूमधाम से मनाते हैं. होली के बाद आने वाले प्रथम सोमवार अथवा गुरूवार को शीतला अष्टमी मनाई जाती है.

मान्यता है कि चैत्र सहित बैशाख, ज्येष्ठ, आषाढ़ की अष्टमी को शीतला अष्टमी मनाई जाती है. इस बार यह पर्व गुरूवार को पड़ रहा है.

सुबह 7:15 से शुभ मुहूर्त

सुबह 7:15 बजे से गुरूवार की शाम 5:11 बजे तक शुभ मुहूर्त है. इस अवधि में माता शीतला को शीतल यानि बासी खाना पदार्थ चढ़ाया जाएगा.

शीतल शीतला माता की पूजा में चांदी के पत्र (चौकोर टुकड़ा) में शीतला माता का चित्र उकेरा हुआ हो अर्पित करना चाहिए. शीतला माता को भोग के रूप में बासी भोजन भी चढ़ाया जाना चाहिए.

साथ ही साथ माता को खीर का भी भोग लगाना चाहिए. घर की रसोई में हाथ की पांचों उंगलियों से घी दीवार पर लगाया जाएगा. उसके बाद उस पर रोली और चावल लगाकर शीतला माता की आरती की जाएगी.

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