चुनाव आयोग ने अपराध नियंत्रण में एसपी को अक्षम माना

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नेशन अलर्ट, 97706-56789.
भोपाल.

चुनाव आयोग ने सतना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष सिंह गौर को अपराध नियंत्रण मेें अक्षम पाया है. इस आधार पर संतोष सिंह को हटाकर रियाज इकबाल को सतना एसपी बनाकर भेजा गया है.

उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र कुमार सिंह, जेपी धनोपिया ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव से मुलाकात कर एसपी सिंह को हटाने की मांग की थी. शिकायत में लिखा गया था कि आईपीएस गौर के रहते निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद नहीं की जा सकती है.

अपनी सरकार में मुखर हुए कांग्रेसी
उल्लेखनीय बात यह है कि अपनी ही सरकार में कांग्रेसी मुखर हो गए हैं. इसका ताजा उदाहरण आईपीएस गौर के तबादले से जोड़ कर देखा जा रहा है.

दरअसल जिन नेताओं ने एसपी संतोष कुमार सिंह गौर को हटाने की मांग की थी उनका संबंध कांग्रेस से है. कांग्रेसी पदाधिकारियों ने गौर पर निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं करा पाने का आरोप लगाया था.

इन्ही आरोपों के आधार पर गौर बदल दिए गए हैं. चुनाव आयोग से जुड़े कामों के लिए अधिकृत कांग्रेसी प्रवक्ता धनोपिया कहते हैं कि गौर के कार्यकाल में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ी है.

वह उदाहरण बतौर बताते हैं कि दो महीने पहले दो बच्चों का अपहरण हुआ था और बाद में उनकी हत्या कर दी गई थी. गौर के एसपी रहते हुए इस मामले को उत्तरप्रदेश पुलिस ने सुलझाया था.

इसी तरह दस दिन पहले दस साल की बच्ची गुम हो गई जो आज दिनांक तक नहीं मिली है. दो दिन पूर्व तीन बच्चे नागोस से गुम हुए. इनमें से दो बच्चों का अपहरण हुआ है. फिरौती मांगने के बावजूद एक बच्चे की मृत्यु हो गई है.

भाजपा को बैठे ठाले मुद्दा मिला
इधर भाजपा को बैठे ठाले मुद्दा मिल गया है. भाजपा प्रवक्ता रजनेश सिंह कहते हैं कि एसपी के तबादले के पीछे राजनीति है. अपहरण से तबादले का कोई लेना देना नहीं है.

एसपी गौर को हटाए जाने पर अग्रवाल ने जबरदस्त ट्वीट भी किया है. वे लिखते हैं कि पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह एसपी को हटाने की जो मांग कर रहे हैं क्या उसमें पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहमत हैं? सुना है कि एसपी की पोस्टिंग अजय सिंह ने ही कराई थी.

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