नान घोटाला : आईएएस के बाद अब आईएफएस कार्रवाई के दायरे में

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नेशन अलर्ट, 97706-56789.
रायपुर.

नागरिक आपूर्ति निगम (नान) में हुआ कथित घोटाला दिन प्रतिदिन गंभीर होते जा रहा है. पहले इस मामले में दो आईएएस अफसर फंसे थे और अब एक आईएफएस कार्रवाई के दायरे में आ गए हैं.

प्रदेश में भाजपा की सरकार जब थी तब का यह घोटाला है. विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने जोर-शोर से नान के कथित घोटाले को जनता के बीच उठाया था. कांग्रेस ने अपने वायदे के मुताबिक सरकार में आते ही नान की पुन: जांच करानी शुरु कर दी है.

प्रतिनियुक्ति पर थे कौशलेन्द्र

कांग्रेस सरकार ने नान घोटाले के लिए एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी ईओडब्लू के अधीन काम कर रही है. इसी टीम ने अब आईएफएस अफसर कौशलेंद्र सिंह को पूछताछ के लिए तलब किया है.

दरअसल कौशलेंद्र सिंह वर्ष 2009 से 2014 तक नान के एमडी हुआ करते थे. उनसे शीघ्र ही एसआईटी की टीम पूछताछ करेगी. पूछताछ के लिए कौशलेंद्र को ईओडब्लू ने नोटिस भी जारी कर दी है.

उल्लेखनीय है कि नागरिक आपूर्ति निगम में सहायक प्रबंधकों के 12 पदों में जो नियुक्ति हुई थी वह कौशलेंद्र के समय ही हुई थी. इस नियुक्ति पर बहुत बवाल मचा था. शासन स्तर पर शिकायत हुई थी.

शासन ने जांच कराई तो नियुक्तियां अवैध पाईं गईं. इस आधार पर 2014 में इसे निरस्त कर दिया गया. नियम को ताक पर रखकर की गई इस भर्ती पर कौशलेंद्र सिंह के खिलाफ कोई जांच इसलिए नहीं की गई थी कि वह प्रतिनियुक्ति पर हैं. जबकि इसी मामले में एमएल प्रसाद और केएस श्रेय के खिलाफ कार्रवाई हुई थी.

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