बर्निंग बीएसपी : पहचान भी नहीं आ पाएंगे 13 शव

शेयर करें...

भिलाई/रायपुर।
भिलाई स्टील प्लांट के लिए मंगलवार अमंगलकारी साबित हुआ। दरअसल, प्लांट में एक ब्लास्ट हुआ जिसमें मरने वालों की संख्या समाचार लिखे जाने तक 13 तक पहुंच गई थी। कई अन्य घायल बताए गए हैं। मृतकों की पहचान भी अब तक नहीं हो पाई है। उधर, विधानसभा चुनाव के समय हुए इस हादसे में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरु हो गया है।
भिलाई स्टील प्लांट के कोक ओवन में मंगलवार सुबह एक धमाका हुआ। आग की लपटों से घिरा बीएसपी का यह कोक ओवन कर्मचारियों के लिए कब्रगाह साबित हुआ। चार से शुरु हुआ मौत का आंकड़ा बढ़ते-बढ़ते 13 तक पहुंच गया है। तकरीबन आधा दर्जन ऐसे श्रमिक हैं जिनका अब तक कोई पता ठिकाना नहीं चल पाया है। श्रमिकों की लाश इस हद तक विकृत हो चुकी है कि उनकी पहचान असंंभव बताई जा रही है।
दुर्ग के पुलिस महानिरीक्षक जीपी सिंह ने बताया कि संयंत्र के कोक ओवन के करीब 25 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे. उसी वक्त सुबह करीब 11 बजे अचानक पाइप लाईन में विस्फोट हो गया. इससे कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए. अधिकारी ने बताया कि हादसे के कुछ समय बाद ही पुलिस और बचाव दल के कर्मी मौके पर पहुंच गए थे. स्टील अथॉरिटी की वेबसाइट के मुताबिक, भिलाई का स्टील प्लांट ही भारतीय रेलवे को वर्ल्ड क्लास रेल मुहैया कराने वाला इकलौता सप्लायर है। यहां स्टील की सालाना उत्पादन क्षमता 3.15 मिलियन टन है।


गृह मंत्रालय ने मांगी रपट
कोक ओवन की बैट्री क्रमांक 11 में हुए इस हादसे की खबर दिल्ली तक पहुंच गई है। केंद्रीय स्पात मंत्री विरेंद्र सिंह ने मामले में प्रबंधन को आवश्यक निर्देश दिए हैं। जबकि गृह मंत्रालय ने हादसे की रपट तलब की है। यह बीएसपी से जुड़े हादसे की दूसरी बड़ी घटना बताई जाती है। इससे पहले जून-2014 में भिलाई इस्पात संयंत्र में जहरीली गैस के रिसाव से दो उप महाप्रबंधकों समेत छह लोगों की मौत हुई थी। करीब 40 लोग घायल हो गए थे। अगस्त 2018 में भी स्टील प्लांट में हादसे हुए थे।


कैसे हुआ हादसा
अधिकारिक जानकारी के मुताबिक जहरीली गैस के रिसाव से यह हादसा हुआ है। हालांकि अब तक कोई अधिकृत बयान नहीं आया है लेकिन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने इस हादसे को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाना चालू कर दिया है। अधिकारिक सूत्र बताते हैं कि गैस के रिसाव से शुरु हुआ यह हादसा इतना भयंकर था कि कर्मचारियों को संभलने का मौका ही नहीं मिला और वह इसकी चपेट में आ गए।
सीएम ने किया ट्वीट
इधर, मामले में कई नेताओं ने ट्वीट कर गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने अपने ट्वीटर में लिखा है कि आज भिलाई स्टील प्लांट में हुई गैस पाइपलाइन दुर्घटना से मुझे बहुत दुख पहुंचा है। इस हादसे में प्राण गंवाने वाले भाई बंधुओं को भावभीनी श्रद्धांजलि। मैं ईश्वर से उनके परिवार को धैर्य प्रदान करने और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
सुरक्षा मामले में लापरवाही बरती
जबकि पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल भिलाई पहुँच गए हैं। हादसे में घायल लोगों का अस्पताल पहुंचकर हाल-चाल बघेल ने लिया है। उन्होंने अपने ट्वीटर में लिखा है कि सूरक्षा मामले में पूरी तरह से लापरवाही बरती गई है। इसकी जांच होनी चाहिए। पीडि़त परिवारों को पूरी सहायता मिलनी चाहिए जो जिम्मेदार हैं उन्हें हटाकर न्यायिक जांच करानी चाहिए और मामले को लीपा-पोता न जाए।
केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने भी आज की घटना को दु:खद बताया है। उधर, भिलाई महापौर देवेंद्र यादव ने घटनास्थल का दौरा भी किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *