रायपुर।
चैत्र नवरात्रि के अवसर पर एक दु:खद खबर राजिम क्षेत्र से आई है। वहां के विधायक पर आरोप लगाते हुए एक व्यक्ति फांसी पर झूल गया है जो कि मां जतमई मंदिर के संचालन से जुड़ा हुआ बताया जाता है। उसने भ्रष्टाचार और अत्याचार का जिक्र करते हुए मृत्यु पूर्व लिखा एक पत्र भी छोड़ा है।
मां जतमई मंदिर से जुड़े बताए जाने वाले संतोषगिरी गोस्वामी का शव आज पाया गया। बताया जाता है कि पास में ही रखी किसी धार्मिक पुस्तक में उनके द्वारा लिखा गया मृत्यु पूर्व पत्र भी मिला है। जिसमें उन्होंने अपने माता पिता के साथ ही मां जतमई को प्रणाम लिखा है।
गोस्वामी की अंतिम इच्छा क्या थी
बताया जाता है कि गोस्वामी ने अपनी अंतिम इच्छा का भी उल्लेख उक्त पत्र में किया है। जिसमें उन्होंने कोमल व मोनिका को अच्छे से पढ़ने की बात लिखते हुए इसे अपनी अंतिम इच्छा बताया है। साथ ही साथ उन्होंने पत्नी को आशीर्वाद देने के संग ही बच्चों व माता पिता का ख्याल रखने का भी उल्लेख किया है। इसी पत्र में उन्होंने राम राम का उल्लेख करते हुए “जनम जनम मुनि जतन कराही, अंत राम मुख आवत ना ही” भी लिखा है।
बताया जाता है कि श्री गोस्वामी द्वारा लिखे गए पत्र में राजिम विधायक के साथ किन्हीं और का भी नाम उल्लेखित किया गया है। इसके अलावा पत्र में अत्याचार व भ्रष्टाचार का उल्लेख करते हुए गोस्वामी पत्र में लिखते हैं कि विधायक के कहने पर यह सब कुछ किया गया। हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पत्र गोस्वामी ने ही लिखा है कि नहीं।