रायपुर।
जिला विपणन सहकारी समिति की सदस्य रीता पांडे के मुताबिक सहकारिता मंत्री के गृहजिले में सहकारिता समिति भ्रष्टआचरण अपनाए हुए है। आरोप है कि मंत्री दयालदास बघेल की नाक के नीचे समिति द्वारा बनाए गए व्यवसायिक परिसर के आबंटन सहित भविष्य निधि की राशि और पुराने वाहनों की बिक्री में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इसकी शिकायत पर बेमेतरा कलेक्टर ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
सुश्री पांडे का आरोप है कि समिति की ओर से बनाए गए काम्पलेक्स के नक्शे में बाथरूम, मीटर रूम दर्शाया गया है लेकिन हकीकत में उन स्थानों में अवैध रूप से दुकान बनाकर उसे भी बेच दिया गया है। आरोप है कि अध्यक्ष राजकुमार तिवारी और मैनेजर संजय सिंह ने समिति संचालक मंडल में बगैर प्रस्ताव लाए और सदस्यों को जानकारी दिए बिना ही काम्पलेक्स की दुकानों को अवैध तरीके से बेच दिया है।
और क्या कहा पांडे ने
रीता पांडेय का कहना है कि समिति द्वारा कार्यों के लिए वाहन क्रय किया गया था, लेकिन वर्तमान में वह वाहन कहां है इसका भी अता-पता नहीं है। उनका कहना है कि अध्यक्ष सोसायटी नहीं आते हैं और न ही किसी भी चीज की कोई जानकारी संचालक मंडल को देते हैं। इसके साथ ही समिति द्वारा छोटे कर्मचारियों को पिछले 2 साल से वेतन ही नहीं दिया जा रहा है। समिति के बड़े पद में बैठे लोग हर महीने अपना वेतन ले रहे हैं। शहर कांग्रेस अध्यक्ष रीता पाण्डेय ने वर्ष 2007-08 से वर्तमान तक ऑडिट कराए जाने की मांग की है।
सहकारिता मंत्री के जिले में भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद प्रशासन ने फौरी तौर पर जांच के आदेश दे दिए हैं। कलेक्टर के आदेश की कितनी कीमत है यह इसी से समझा जा सकता है कि आदेश हुए एक सप्ताह से अधिक समय हो गया है लेकिन अब तक मामले में कोई प्रगति नहीं हुई है। लगता है मामला सेट किया जा रहा है।