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रायपुर। सर्वजन स्वास्थ्य योजना विधानसभा चुनाव के समय एक बार फिर चर्चा से घिर गई है। इस पर इस बार भाजपा ने सीधे सवाल करते हुए पूछा है कि कुल कितने लोगों की जांच की गई और कितनों को निशुल्क दवाई दी गई इसका आंकड़ा सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
दरअसल, यूनिवर्सल हेल्थ केयर स्कीम कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल रही है। विधानसभा चुनाव के पिछले प्रचार के समय कांग्रेस नेता राहुल गांधी की खास उपस्थिति में इस योजना का कांग्रेस ने जोर शोर से प्रसार किया था। अब इस पर भाजपा सवाल खड़े कर रही है।
कुल जमा 6 प्रश्न
भाजपा ने आज स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कुल 6 प्रश्न कांग्रेस से पूछे हैं। वह जानना चाहती है कि गंभीर बीमारियों के लिए उच्चतम श्रेणी के कितने चिकित्सक प्रदेश में नियुक्त किए गए ? साथ ही साथ आधुनिक चिकित्सा सुविधा युक्त कितने अस्पताल छत्तीसगढ़ में बनवाए ?
कांग्रेस ने पिछली मर्तबा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए चिकित्सक, नर्स सहित स्वास्थ्यकर्मियों की भर्ती किए जाने की बात कही थी। भाजपा का सवाल है कि पूरा कार्यकाल बीतने को है लेकिन उपकरणों सहित दवाईयों, चिकित्सकों की कमी से स्वास्थ्य केंद्र जूझ रहे हैं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए नजदीक ही आवास बनवाने का जो वायदा किया था उस पर भी भाजपा सवाल उठा रही है। 6 मेडिकल कॉलेज को मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में बदलने को लेकर हुए काम पर भी भाजपा का सवाल है।
सुपेबेड़ा सहित बस्तर, सरगुजा व अन्य किसी दुर्गम क्षेत्र में एयर एंबुलेंस सेवा के वायदे पर सरकार ने क्या कुछ किया यह जानने भाजपा ने सवाल किया है। भाजपा के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी कहते हैं कि दरअसल, कांग्रेस की सरकार अकर्मण्य सरकार है।
प्रदेश में छलिया कांग्रेस सरकार का उल्लेख करते हुए चिमनानी ने कहा कि विशेष कोरोना भत्ता सहित रिक्त पदों पर भर्ती जैसी मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ के चालीस हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मी आंदोलनरत हैं। इससे स्वास्थ्य सेवाओं का हाल समझा जा सकता है।