नेशन अलर्ट/राजनांदगांव.
एक शासकीय सेवक की विवादित आत्महत्या प्रकरण की जांच अभी थमी हुई है। दरअसल, पुलिस को इस बात का इंतजार है कि कर्मकांड से परिजन निवृत्त हो जाएं उसके बाद वह मामले की तह तक जाने के प्रयास में तेजी लाएगी। ज्ञात हो कि युवक कैंसर से पीडि़त था इसकारण उसने आत्महत्या कर ली जबकि इस बारे में कुछ दूसरी ही कहानी सुनने को मिल रही है।
राजनांदगांव के बसंतपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ उक्त मामला है। यहां सृष्टि कॉलोनी के पीछे अटल आवास निवासी हेमंत (45) पिता आरके देशमुख ने 29 सितंबर की दोपहर आत्महत्या कर ली थी। उनके शव का पोस्टमार्टम अगले दिन शुक्रवार सुबह करवाया गया। दोपहर में उन्हें मुखाग्नि भी दे दी गई। हेमंत मूलत: जंजगिरी के रहने वाले थे। वह कृषि उपज मंडी में सेवारत थे।
परिजन उन्हें काफी समय से बीमार बताते थे। हेमंत ने आत्महत्या के पूर्व किसी तरह का सुसाइडल नोट भी नहीं छोड़ा है इसकारण पुलिस भी घरवालों के कथन पर विश्वास करते हुए इसे सामान्यत: आत्महत्या का प्रकरण मानकर चल रही है।
बार बार आ रहा कर्मचारी से जुड़ा विवाद
बसंतपुर टीआई बताते हैं कि फिलहाल मामले में मर्ग कायम कर आगे की विवेचना की जा रही है। टीआई बताते हैं कि वह कैंसर से भी पीडि़त था इसकारण स्वास्थ्य संबंधी कारणों को लेकर परेशान रहता था। अभी फिलहाल परिजन कर्मकांड में व्यस्त हैं इसकारण मर्ग जांच में तेजी नहीं आ पाई है। तेरहवीं निपटने के बाद मामले में गति आएगी।
बहरहाल, हेमंत के नजदीकी कुछेक लोग बताते हैं कि हेमंत किसी कर्मचारी से विवाद को लेकर बेहद परेशान था। यह कर्मचारी अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त शासकीय सेवक बताया जाता है। मामले के संदिग्ध प्रतीत होने से तब तक पर्दा नहीं हट पाएगा जब तक इसकी स्पष्ट जांच न हो। एक कर्मचारी का नाम क्यूंकर मृतक से जुड़े विवाद को लेकर बार बार सामने आ रहा है यह भी जांच का विषय है।