7 करोड़ का एनीकट बहने के छह दिन बाद विभाग को खबर लगी; क्या यही है गंभीरता ?

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बिलासपुर.

कोटा विकासखंड में पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के शासनकाल में 7 करोड़ रुपये की लागत से अरपा नदी पर बना चाटापारा एनीकट एक बार फिर बारिश में बह गया. इसके पहले 2014 में निर्माण के सालभर बाद भी ये एनीकट बह चुका है. उस समय हुदहुद तूफान आने के कारण एनीकट को नुकसान पहुंचा था.

बीते दिनों हुई हल्की बारिश में ही एक बार फिर एनीकट का पूरा ढांचा बह गया. मामले को गंभीर मानते हुए इसकी विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

एनीकट के निर्माण में लगभग 7 करोड रुपये खर्च किए गए थे. इससे आसपास के लोगों को खेती के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी मिल सके और भूमि का जल स्तर की बढ़ाया जा सके यह उद्देश्य इसके निर्माण को लेकर था.

स्थानीय लोगों की मानें तो इस एनीकट के बनने से उन्हें अब तक किसी भी तरह का कोई फायदा नहीं हुआ है. 2014  में निर्माण के एक साल बाद यह एनीकट तूफान में बह गया.

इस एनीकट का निरीक्षण करने बुधवार को बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय और जल संसाधन विभाग के चीफ इंजीनियर एके सोमवार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे थे.

विधायक ने कहा कि भाजपा शासनकाल में बनाए गए इस एनीकट के बहने की शिकायत वह विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री से करेंगे. साथ ही उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही.

मौके पर मौजूद चीफ इंजीनियर एके सोमावार ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी. इस एनीकट के निर्माण के समय जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

बता दें कि यह एनीकट 6 दिन पहले बह चुका है. लेकिन अधिकारियों की नींद 6 दिन बाद खुली है. इसी से उनके अपने काम के प्रति गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.

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