50 करोड़ के भूमि घोटाले में फंसे तमिलनाडु के गवर्नर पुरोहित और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम फडनवीस!

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नई दिल्ली.

50 करोड़ रुपये से ज्यादा के एक घोटाले में तमिलनाडु के मौजूदा गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस के खिलाफ नागपुर में पुलिस शिकायत दर्ज हुई है.

इसमें 10 एकड़ जमीन हासिल करने के लिए दोनों नेताओं पर फर्जी दस्तावेजों के इस्तेमाल का आरोप है.

शिकायत में तीसरे आरोपी के तौर पर महाराष्ट्र के पूर्व ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का भी नाम शामिल है.

तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर की गयी इस शिकायत में शिकायतकर्ता सतीश यूके का आरोप है कि “फडनवीस और पुरोहित दोनों एक दूसरे के बेहद करीबी हैं. उन्होंने अपने राजनीतिक पदों का बेजा इस्तेमाल कर एक दूसरे को फायदा पहुंचाया है.”

उन्होंने कहा कि संबंधित जमीन महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (एमएसईबी) से जुड़ी हुई है और उसे भगवान दास पुरोहित विद्या मंदिर नाम के एक ट्रस्ट को दिया गया था जिसके संचालक बनवारी लाल पुरोहित हैं.

यूके का कहना है कि इस पूरी प्रक्रिया में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस को इन सारी चीजों की जानकारी थी.

जनचौक को हासिल दस्तावेज यह दिखाते हैं कि पावर स्टेशन स्थापित करने के लिए मिले 10 एकड़ जमीन को नवंबर 2015 में भगवानदास पुरोहित विद्या मंदिर ट्रस्ट को हस्तांतरित कर दिया गया था.

डिजिटल रिकार्ड के मुताबिक रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज, डीड और कब्जे का पत्र 3 नवंबर, 2015 को तीन बजे शाम को हस्तांतरित किया गया था.

आश्चर्यजनक रूप से लीज डीड को भी ऑनलाइन पोर्टल के जरिये उसी दिन शाम 2,45 बजे पेश कर दिया गया.

यूके ने कहा कि “इसका मतलब है कि कब्जे का पत्र ट्रस्ट को हस्तांतरित करने से बहुत पहले तैयार कर लिया गया था जबकि प्रक्रिया के हिसाब से इसे रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के पूरा हो जाने के बाद हस्तांतरित किया जाना चाहिए था.”

अपनी शिकायत में यूके ने फडनवीस, बनवारी लाल पुरोहित और चंद्रशेखर बावनकुले समेत दूसरों के खिलाफ आईपीसी के सेक्शन 467 (फर्जी दस्तावेज), 468 (धोखा देने के लिहाज से फर्जीवाड़ा) और 471 (एक फर्जी दस्तावेज या इलेक्ट्रानिक रिकार्ड को असली के तौर पर इस्तेमाल करना) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है.

भगवान दास पुरोहित विद्या मंदिर ट्रस्ट सीबीएसई से संबद्ध इंग्लिश मीडियम का एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल संचालित करता है. इसके अलावा पुरोहित ‘द हितवाद’ नाम से प्रकाशित होने वाले एक अखबार के मालिक भी हैं.

दो साल पहले 2018 में यहां एक सेक्स स्कैंडल भी सामने आया था जब मदुरई कामराज यूनिवर्सिटी से संबद्ध एक प्राइवेट कालेज की असिस्टेंट प्रोफेसर द्वारा अच्छा नंबर हासिल करने के लिए छात्रों को अपने अधिकारियों को खुश रखने की सलाह दी गयी थी.

महिला प्रोफेसर का यह टेप सार्वजनिक होने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. हालांकि पुरोहित ने महिला से किसी भी तरह का रिश्ता होने से इंकार किया था.

लेकिन विपक्षी राजनीतिक दलों ने गवर्नर पर स्कैंडल में शामिल होने का आरोप लगाया था. ऑडियो क्लिप में प्रोफेसर ने विश्वविद्यालय के चांसलर पुरोहित को जानने का दावा किया था.

पुरोहित ने अपनी रक्षा में कहा था कि “मैं 78 साल का हूं और मेरे नाती-पोते हैं। आप मुझसे इस तरह के सवाल नहीं पूछ सकते हैं.”

( साभार : जनचौक )

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