क्या वाकई गढा़ जा रहा नवा छत्तीसगढ़ ?

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देश से कम है छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर

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रायपुर.

कोरोना महामारी के चलते देश में भले ही मंदी छाई हो लेकिन छत्तीसगढ़ इससे अछूता है. यहां व्यापार की गति तेज होने लगी है. अकेले आटोमोबाइल सेक्टर की बात की जाए तो यहां वाहन पंजीयन मई की तुलना में जून में साढे़ तीन गुना बढ़ गया है.

यह आर्थिक माहौल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व उनके समर्थकों के लिए प्रसन्न होने लायक हैं. राज्य सरकार द्वारा किए गए सकारात्मक प्रयासों से राज्य में जीएसटी, आटोमोबाईल, कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में तेेजी देखी जा सकती है.

आंकड़ों पर यदि भरोसा किया जाए तो राज्य में जीएसटी संग्रहण पिछले वर्ष की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक बढ़ा है. मनरेगा के तहत लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और वनवासियों को राहत पहुंचाने के लिए वनोपजों के संग्रहण में छत्तीसगढ़ देश में पहले स्थान पर है.

जीएसटी से प्राप्त हुए साढे़ 25 सौ करोड़

गत वर्ष जून महीने के मुकाबले इस साल जून में 22 फीसदी ज्यादा जीएसटी का संग्रह हुआ है.।बताया जाता है कि वर्ष 2019 में 2,093 करोड़ रूपए जीएसटी संग्रह हुआ था.

वर्ष 2020 में छत्तीसगढ़ को 2,549 करोड़ रुपए जीएसटी में प्राप्त हुए हैं. लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में ऑटोमोबाइल इंड्रस्ट्री में भी बेहतर कारोबार देखने को मिला है.

जून 2020 में जयपुर (राजस्थान) के बाद रायपुर (छत्तीसगढ) में सर्वाधिक कार और बाइक की बिक्री हुई है. रायपुर में मई माह में जहां 7 हजार 603 बाइक बिकी थी, वहीं जून माह में यह संख्या बढ़कर 27 हजार हो गई.

मई माह में एक हजार 107 कार बिकी थी, वहीं जून में यह संख्या बढ़कर 2 हजार 889 हो गई. आरटीओ कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार लॉकडाउन अवधि में छत्तीसगढ़ में अप्रैल माह में 891 वाहन, मई माह में 9681 वाहन और जून माह में 32 हजार 982 वाहनों का रजिस्ट्रेशन परिवहन कार्यालयों में हुआ है.

राजीव गांधी किसान न्याय योजना की प्रथम किस्त प्राप्त होने के बाद राज्य में किसानों ने 3 हजार नए ट्रैक्टर भी खरीदे हैं.

पहला और दूसरा स्थान

छत्तीसगढ़ राज्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में जॉब कॉर्डधारी परिवारों को 100 दिनों का रोजगार देने में देश में शीर्ष स्थान पर है.

जबकि लक्ष्य के विरूद्ध रोजगार सृजन में देश में दूसरे स्थान पर है. पहली तिमाही में ही राज्य में 8.85 करोड़ मानव दिवस का रोजगार सृजन किया गया है.अब तक 55,981 परिवारों ने 100 दिनों का रोजगार प्राप्त कर लिया है.

देश में 100 दिनों का रोजगार हासिल करने वाले कुल परिवारों में अकेले छत्तीसगढ़ की हिस्सेदारी 41 प्रतिशत है. छत्तीसगढ़ ने रोजगार सृजन के मामले में सालभर के लक्ष्य का 66 प्रतिशत पूरा कर लिया है.लक्ष्य का 70 प्रतिशत से अधिक काम का लक्ष्य हासिल करने में नक्सल प्रभावित जिले आगे हैं.

मुख्यमंत्री ने राज्य में समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए वनोपजों की संख्या 7 से बढ़ाकर 31 कर दी है. इससे प्रदेश के वनवासी परिवारों को काफी राहत मिली है. लॉकडाउन अवधि में छत्तीसगढ़ प्रदेश लघु वनोपजों के संग्रहण में देश में पहले स्थान पर है.

छत्तीसगढ़ ने वनोपज संग्रहण के सालाना लक्ष्य को 6 माह में पूरा कर लिया है. राज्य में अब तक 104 करोड़ के डेढ़ लाख क्विंटल लघु वनोपजों का संग्रहण किया गया है.

आरबीआई ने की प्रशंसा

वैश्विक महामारी कोविड-19 की वजह से उत्पन्न कठिन परिस्थितियों के बावजूद छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गयी है.

सीएमआईई के सर्वेक्षण में प्रदेश में बेरोजगारी की दर अप्रैल माह में 3.4 प्रतिशत रही, जो 12 महीने के सबसे निचले स्तर पर थी. यह उसी अवधि में राष्ट्रीय बेरोजगारी की दर (23.5 प्रतिशत) से काफी कम रही.

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में लॉकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ में कृषि और उससे सम्बंधित कार्यों में बनी तेजी को सराहा. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया कि देश व्यापी लॉकडाउन में भी छत्तीसगढ़ ने तेजी से आर्थिक वृद्धि दर्ज की है.

छत्तीसगढ़ ने राह दिखाई : बघेल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन आंकड़ों को लेकर प्रसन्न हैं. वे कहते हैं कि संकट के इस समय में भी छत्तीसगढ़ प्रदेश ने देश को राह दिखाई है. इस दौरान राज्य ने जो उपलब्धियां हासिल कीं वह शासन के संकल्प का परिणाम तो है ही, छत्तीसगढ़ के लोगों के अनुशासन का भी परिणाम है.

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने और उपचार की सुविधाएं मुहैया कराने के मामले में भी हमारी स्थिति बेहतर है. इसी संकल्प और अनुशासन के साथ हम न सिर्फ इस संकट से पार पाएंगे, बल्कि नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने के अपने लक्ष्य को समय पर हासिल भी कर लेंगे.

. . . तो क्या वाकई गढा़ जा रहा है नवा छत्तीसगढ़ ?

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