भगवान राम की नैया पार लगाने का निषाद समाज का गौरवशाली इतिहास : डॉ. रमन सिंह

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राजनांदगांव।  

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव में कृषि उपज मंडी परिसर में आयोजित निषाद समाज के सामुहिक विवाह एवं सम्मेलन में शामिल हुये। उन्होनें सम्मेलन में उपस्थित सभी सामाजिक बंधुओं और प्रतिनिधियों को इस भव्य आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि निषाद-केवट समाज ने भगवान श्री राम की वनवास के दौरान नैया पार लगाई थी और भगवान श्री राम से विशेष कृपा तथा आशीर्वाद प्राप्त किया था। उन्होनें कहा कि डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने में भी निषाद-केवट समाज का महत्वपूर्ण योगदान है।


डॉ. सिंह ने इसके लिए समाज के सभी उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और समाज के विकास के लिए भरपूर सहयोग देने का भी आश्वासन दिया।  इस दौरान उन्होनें समाज की मांग पर छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड में निषाद-केवट समाज का प्रतिनिधित्व बढ़ाने पर भी सहमति जताई। डॉ. सिंह ने डोंगरगांव में निषाद समाज के सामुदायिक भवन के लिए 10 लाख रूपए की मंजूरी मंच से ही प्रदान कर दी। मुख्यमंत्री ने समाज के राजनांदगांव कौरिनभाठा में अधूरे पड़े सामाजिक भवन को पूरा करने के लिए 15 लाख रूपए भी जल्द जारी करने की भी मंजूरी दी।

इस सम्मेलन में सांसद अभिषेक सिंह, राजनांदगांव नगर निगम के महापौर मधुसूदन यादव, डोंगरगांव के विधायक दलेश्वर साहू, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष दिनेश गांधी और भरत वर्मा, राजगामी संपदा न्यास के पूर्व अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, निषाद समाज के प्रदेश अध्यक्ष इंदू निषाद,  जिला अध्यक्ष बिसेलाल निषाद, आयोजन समिति के अध्यक्ष हीरा निषाद, पूर्व विधायक खेदूराम साहू सहित वरिष्ठ जनप्रतिनिधि विनोद गोश्वामी,  लक्ष्मीनारायण गुप्ता,  आनंद निषाद,  रामरतन सार्वा और बड़ी संख्या में निषाद समाज के प्रतिनिधि शामिल हुये।

20 नवदंपत्तियों को मिलेगी 10-10 हजार की सहायता
डोंगरगांव में निषाद समाज द्वारा आयोजित सामुहिक विवाह में 51 जोड़ों की शादियां कराई गई। इनमें से 31 जोड़ों की शादी मुख्यमंत्री सामुहिक विवाह योजना के तहत कराई गई। योजना के प्रावधान अनुसार इन 31 जोड़ों को विवाह के लिए 15-15 हजार रूपए की सहायता उपलब्ध कराये गये। जिसमें साढ़े 11 हजार रूपए की सामग्री और साढ़े 3 हजार रूपए विवाह की व्यवस्थाओं पर खर्च किये जाते हैं। डॉ. रमन सिंह ने निषाद समाज की मांग पर सामुहिक विवाह में शामिल बाकी 20 जोड़ों को भी 10-10 हजार रूपए की सहायता राशि स्वेेच्छानुदान के रूप में देने को मंजूरी दी। उन्होनें ऐसे सभी जोड़ों की सूची तैयार कर तत्काल मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश उपस्थित अधिकारियों को दिये।

मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने निषाद समाज के डोंगरगांव में आयोजित कार्यक्रम में सूखा से प्रभावित 4 किसानों की कन्याओं के विवाह के लिए 30-30 हजार रूपए की सहायता राशि के चेक भी वितरित किये। उन्होनें सभी नवदंपत्तियों के मंगल जीवन और उज्जवल भविष्य की भी कामना करते हुए सभी को शुभकामनाएं और अपना आशीर्वाद दिया।

मुख्यमंत्री बाद में पहले डॉक्टर
कार्यक्रम में डॉ. रमन सिंह ने कहा कि वे जनता के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बाद में बने है पहले वे डॉक्टर है। उन्होनें ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों का ईलाज करते समय उनकी समस्याओं को बेहद नजदीक से देखा और समझा है। उन्होनें कहा कि लोगों को अच्छे अस्पतालों में मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मॉर्ट कार्ड के  जरिये 30 हजार रूपए तक ईलाज की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई थी। जिसे अब बढ़ाकर 50 हजार रूपए कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इस स्मॉर्ट कार्ड से मरीज 50 हजार रूपए तक का ईलाज किसी भी बीमारी के लिए सरकार द्वारा चिन्हांकित अस्पतालों में मुफ्त करा सकेंगे। दवा खरीदने से लेकर ऑपरेशन तक में लगने वाला पैसा अब इसी स्मॉर्ट के जरिये भुगतान हो जायेगा।  मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक ले-जाने के लिए 102 महतारी एक्सप्रेस वाहन भी चलाये हैं। गर्भवती महिलाएं 102 नंबर पर फोन करके इन वाहनों की सुविधा प्रसव के लिए अस्पताल जाने में ले सकती है। उन्होनें बताया कि अस्पताल में डिलेवरी कराने के लिए प्रेरित करने पर भी संबंधित मितानीन अथवा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को सरकार द्वारा 600 रूपए प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है।

45 लाख गरीबों को मिलेंगे स्मॉर्ट फोन
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में जानकारी दी कि राज्य सरकार ने शासकीय योजनाओं को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने और प्रदेश के दूरस्थ ईलाकों के निवासियों को पूरी दुनिया से जोडऩे के लिए नई स्काई योजना को शुरू करने का निर्णय लिया है। उन्होनें बताया कि इस योजना के तहत प्रदेश के 45 लाख गरीबों को स्मॉर्ट फोन सरकार द्वारा नि:शुल्क दिये जायेंगे। इन फोनों का वितरण आने वाले छ: महीनों में शुरू हो जायेगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन फोनों से लोग शासकीय योजनाओं की जानकारी उनमें पहले से ही इंस्टॉल एप्प के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे। योजनाओं का लाभ लेने के लिए इन्हीं एप्पस के माध्यम से वे आवेदन भी कर सकेंगे। मछुआ वर्ग के लोगों सहित किसान, छोटे व्यापारी, सभी अपनी उपजों और उत्पादों के लिए अच्छे दाम की भी जानकारी इन फोनों से प्राप्त कर सकेंगे। उन्होनें बताया कि इस योजना में 900 करोड़ रूपए की लागत आयेगी और योजना के सफल संचालन के लिए पूरे प्रदेश में लगभग एक हजार 600 मोबाईल टावर भी लगाये जायेंगे।

केन्द्र सरकार के सामने रखूंगा पक्ष : सांसद अभिषेक सिंह  
सम्मेलन को संबोधित करते हुए सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि निषाद-केवट समाज के विकास और इस समाज के लोगों की आय बढ़ाने के सभी प्रयासों को वे व्यक्तिगत रूप से केन्द्र और राज्य सरकार के समक्ष पूरजोर तरीके से रखेंगे। उन्होनें कहा कि राजनांदगांव जिले में पिछले वर्ष ही मछुआ समाज को अतिरिक्त आय के साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 5 हजार डबरियां बनवाने की पहल की गई है। जिला पंचायत के माध्यम से इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। सांसद श्री सिंह ने कहा कि मछुआ समाज के युवाओं और अन्य लोगों को भी सरकार की ऐसी सभी योजनाओं से जुडऩा चाहिए। श्री अभिषेक सिंह ने इस क्षेत्र के सांसद होने के नाते लोक सुराज अभियान में सघन दौरे के बाद भी समय निकालकर निषाद समाज के इस कार्यक्रम में शामिल होने पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का आभार भी व्यक्त किया।  सामाजिक उत्थान के लिए रमजान बडग़ुजर को मिली सराहना   डोंगरगांव में निषाद समाज के सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने समाज के वरिष्ठ नागरिक और समाज सेवी श्री रमजान बडग़ुजर की निषाद समाज के उत्थान और विकास के प्रयासों के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होनें समाज की ओर से स्मृति चिन्ह भेंट कर श्री बडग़ुजर को सम्मानित भी किया।

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