ब्राह्मणों के खिलाफ हुआ पिछड़ा वर्ग समाज

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रायपुर.

जाति, धर्म, संप्रदाय, भाषा जैसे वर्गों में बांटने की बीमारी छत्तीसगढ़ में बड़ी तेजी से फैल रही है. इस बार ब्राह्मण वर्ग का अन्य पिछड़ा वर्ग ने यह कहते हुए विरोध किया है कि उसी के चलते ओबीसी आरक्षण पर रोक लगी है.

अन्य पिछड़ा वर्ग समाज ने ब्राह्मणों से पूजा पाठ न कराने का भी संकल्प लिया है. इसके लिए गांव गांव में अभियान चलाया जाएगा. कोंडागांव में इस संबंध में एक बैठक भी हो चुकी है.

13 नवंबर को बंद रहेगा छत्तीसगढ़

ओबीसी वर्ग से जुड़े लोगों ने 13 नवंबर को छत्तीसगढ़ बंद रखने की तैयारी कर रखी है. दरअसल ओबीसी आरक्षण पर लगी रोक को लेकर यह समाज ब्राह्मणों से बेहद खफा है.

बताया जाता है कि पूर्व सांसद सोहन पोटाई इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं. उनके ही मुख्य आतिथ्य में ओबीसी समाज के प्रमुख लोगों की एक बैठक कोंडागांव में हो चुकी है.

इसी बैठक में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंच के देवाराम साहू, ओमप्रकाश साहू, फूलदास वैद्य, मानसाय निषाद, फूलनाथ दीवान जैसे लोग उपस्थित थे. इनकी उपस्थिति में ब्राह्मणों पर जमकर प्रहार किया गया.

दान, मतदान और सम्मान देना बंद करें

बताया जाता है कि इस बैठक में सभी वक्ताओं ने ब्राह्मणों को दान, मतदान और सम्मान देना बंद करने का आव्हान उपस्थित लोगों से किया.

वक्ताओं ने कहा कि उनकी यह भूल थी कि ब्राह्मण उनके हितैषी हैं. हमारे शुभचिंतक हैं लेकिन अब हम यह जान गए हैं कि हमारे ऊपर होने वाले अन्याय, अत्याचार के मूल में ब्राह्मण ही हैं.

जब छत्तीसगढ़ में 27 फीसदी आरक्षण अन्य पिछड़ा वर्ग को दिया गया तो ब्राह्मणों के पेट में दर्द होने लगा. उनके रोड़े के कारण ही यह आरक्षण प्रभावी नहीं हो पाया है. अब हम सड़क और न्यायालय की लड़ाई दोनों एक साथ लड़ेंगे.

साथ ही साथ सभी ने ब्राह्मणों से पूजा पाठ नहीं कराने का संकल्प दोहराया. जनजागृति पैदा कर सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया गया. 13 नवंबर को सभी ब्लाक मुख्यालय बंद किए जाएंगे इसका आह्वान किया गया.

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