15 मई तक मेष में रहेंगे सूर्य; फिर वृषभ में जाएंगे

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आदिकाल में सभी 12 राशियों के स्वामी भगवान सूर्य रविवार की दोपहर 02.07 बजे मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं।

मास पर्यंत विचरण करते हुए 15 मई को दिन के 11:00 बजे वृषभ राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य का मेष राशि में प्रवेश सभी राशियों और जातकों के लिए शुभ घटना है।

शास्त्र के अनुसार सूर्य यदि जन्मकुंडली में उच्च राशि में हों तो व्यक्ति प्रभुता और प्रतिभा संपन्न होते हुए धनवान और यशस्वी होता है। समाज में मान प्रतिष्ठा से ओत-प्रोत ऐसा जातक जीवन के सभी ऐश्वर्य को भोगता है।

सूर्यदेव के राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर कैसा रहेगा असर, इसका ज्योतिषीय विश्लेषण जानने के लिए पढिए यह आलेख . . .

मेष:
इस राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर किसी वरदान से कम नहीं है। नौकरी में पदोन्नति, शासन सत्ता का सुख मिलेगा और यदि आप किसी भी तरह का चुनाव लड़ रहे हैं तो विजयश्री की संभावनाएं अधिक रहेंगी। किंतु सूर्य का प्रभाव अधिक होने के कारण आपको दैहिक पीड़ा का सामना करना पड़ सकता है।

वृषभ:
आपकी राशि में पहले से ही मंगल विद्यमान है, जो थोड़ा अकाराक है, इसलिए सूर्य का उच्च राशिगत बारहवें भाव में जाना निवेश यात्रा, तीर्थ यात्रा एवं आध्यात्मिक उन्नति देगा। चूंकि आपकी राशि से दूसरे राहु और बारहवें सूर्य हैं इसलिए वाद-विवाद और वाहन दुर्घटनाओं से बचें।

मिथुन:
आपकी राशि पर उच्च राशिगत राहु, लाभ स्थान में सूर्य और 23 अप्रैल तक बृहस्पति की शुभ दृष्टि चमत्कारिक फल देगी। यदि आप किसी भी तरह की शिक्षा प्रतियोगिता में शामिल होना चाहते हैं, तो कामयाबी के लिए बेहतर अवसर है। राजनैतिक अथवा सामाजिक क्षेत्र में आपका प्रभाव बढ़ेगा।

कर्क:
इस राशि के लिए सूर्य का मेष राशि में होना अति शुभ परिणामदायी रहेगा। यदि आप भारतीय प्रशासनिक सेवा शोध एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भाग्य आजमाना चाहते हैं, तो आपके लिए बेहतरीन अवसर है। नौकरी में पदोन्नति और मांगलिक कार्यों का शुभ अवसर आएगा।

सिंह:
आपके राशि स्वामी सूर्य वर्तमान में अति प्रभावशाली हैं। परिणाम स्वरूप यह समय आपको चहुंमुखी लाभ दिलाएगा। यात्रा देशाटन का लाभ और आर्थिक मजबूती प्रदान करेगा। आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्य सराहनीय रहेंगे। इस दौरान कुसंगति और नशा करने से बचें।

कन्या:
आपकी राशि से अष्टम भाव में सूर्य प्रतापी और ऊर्जावान बनाएंगे। आप कुछ न कुछ ऐसा कर जाएंगे। जिससे समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी। लोग आपके सुझाव को गंभीरता से लेंगे, किंतु अग्नि, बिजली और जहर से बचें। विद्यार्थियों के लिए यह समय संयम और सावधानी बरतने का है। महिला वर्ग पारिवारिक जीवन को समझने का प्रयास करें।

तुला:
इस राशि के लिए सूर्य का मेष राशि में जाना लाभ मार्ग प्रशस्त करेगा, किंतु दांपत्य जीवन में कटुता लाएगा। इसलिए जहां तक हो सके, तुला राशि वालों को मास पर्यंत झगड़े-विवाद और घरेलू कलह से बचना चाहिए। रोमांस या प्रेम विवाह की दृष्टि से माह बेहतर रहेगा।

वृश्चिक:
आपकी राशि से छठे ऋण, रोग और शत्रु भाव में सूर्य का गोचर मुकदमों में सफलता और शत्रुमर्दी बनाएगा। किंतु ननिहाल पक्ष से रिश्तों में खटास आ सकती है। 23 अप्रैल से पुन: बृहस्पति में आ जाएंगे तो परिस्थिति अपेक्षाकृत बेहतर होना शुरु हो जाएंगी लेकिन फिर भी षडयंत्र होने से बचें और वाहन सावधानीपूर्वक चलाएं।

धनु:
आपकी राशि के मूल त्रिकोण में सूर्यदेव का बलवान होकर आना, संतान संबंधी चिंता से मुक्त कर देगा। प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। यदि आप नई सर्विस हेतु आवेदन करना चाहें तो बेहतरीन अवसर है। बृहस्पति का पुन: वृश्चिक राशि में प्रवेश होगा तो आप धर्म के प्रति और मांगलिक कार्यों में खर्च अधिक करेंगे। इसके साथ ही समाजिक जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाएंगे। सबसे बड़ी खुशी यह रहेगी कि शिक्षा प्रतियोगिता में किए जा रहे सभी प्रयास सार्थक सिद्ध होंगे।

मकर:
इस राशि के लिए सूर्य का गोचर मिला-जुला प्रभाव देगा। विशेष रूप से माता-पिता के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल डालेगा लेकिन मकान-वाहन आदि का सुख भी प्रदान करेगा। आपकी राशि पर ग्रह गोचर कुछ इस तरह का है कि आपको किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए। साथ ही अतिविश्वास नहीं करना चाहिए।

कुंभ:
आपकी राशि से तीसरे भाव में सूर्य का गोचर अदम्य साहसी और पराक्रमी बनाएगा। इस अवधि में आपके द्वारा लिए गए निर्णय सर्वमान्य एवं सर्व स्वीकार्य होंगे। अत: अपनी ऊर्जा शक्ति पूर्ण सदुपयोग करते हुए अवसर का लाभ उठाएं। लेकिन इस अवधि के मध्य परिवार अथवा भाईयों में मतभेद न पैदा होने दें, अन्यथा पारिवारिक कलह से परेशान हो जाएंगे।

मीन:
आपकी राशि से द्वितीय भाव में सूर्य का गोचर सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। दाहिनी आंख, सिर की पीड़ा एवं हृदय रोग संबंधी बचाव करके चलें। लेकिन कार्य-व्यापार की दृष्टि से तो समय अनुकूल है ही, मकान-वाहन का सुख, विदेश यात्रा अथवा विदेशी मित्रों से लाभ के अवसर बनेंगे। आर्थिक दृष्टि से समय बेहतर समय है।

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