… तो अफसर को हटा दिया जाता है : कल्लूरी

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रायपुर।

बस्तर के पूर्व आईजी एसआरपी कल्लूरी माओवादियों के साथ-साथ सरकार और राज्य के अफसरों पर जम कर भड़के. उन्होंने सनसनीखेज आऱोप लगाते हुये कहा कि बस्तर से माओवादी हर साल 1100 करोड़ रुपये की लेवी वसूलते हैं और उन्हें लेवी देने वालों में ठेकेदार और अफसर भी शामिल हैं.

माओवाद के खिलाफ शनिवार को रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में शिवराम प्रसाद कल्लूरी ने कहा कि जंगल में हथियार लेकर घूमने वालों से कहीं अधिक खतरनाक सफेदपोश माओवादी समर्थक हैं. बस्तर से हटाये जाने की उनकी पीड़ा आज फिर से सामने आ गई. उन्होंने कहा कि बस्तर में किसी की पगड़ी गिर जाती है तो अफसर को हटा दिया जाता है.

कल्लूरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग में हम कमजोर महसूस करते हैं. उन्होंने कहा कि बस्तर में हवाई जहाज से आने वालों के पास बस्तर की हवाई जानकारी होती है. कल्लूरी ने कहा कि माओवाद एक अंतर्राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है, जिससे भारत एक सुपर पावर न बन पाये.

शिवराम प्रसाद कल्लुरी बस्तर के आईजी रहे हैं और भारी विवाद के बीच उन्हें बस्तर से जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया था. जब वे छुट्टी से लौटे तो उन्हें सरकार ने पुलिस मुख्यालय में पदस्थ कर दिया. हालत ये है कि पिछले महीने भर से पुलिस मुख्यालय में शिवराम प्रसाद कल्लूरी को कोई काम नहीं दिया गया है. इस बीच उन्हें राज्य के पुलिस महानिदेशक द्वारा तीन-तीन कारण बताओ नोटिस भी जारी किये गये.

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