नक्सली तांडव : 6 माह में बस्तर में 76 की हत्या

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रायपुर.

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने राज्यपाल महोदया को एक पत्र लिखा है. यह पत्र उन्होंने गांधी जयंती के दिन लिखा है. हिंसक रास्ते पर चलने वाले नक्सलियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के संबंध में राज्य सरकार को निर्देशित करने का अनुरोध डा. सिंह ने राज्यपाल अनुसुइया उइके को लिखे इस पत्र में किया है.

राज्यपाल को लिखे पत्र में डॉ रमन सिंह ने कहा है कि बीते कुछ महीने में नक्सलवादी बस्तर संभाग में दहशत और आतंक का माहौल बनाने में सफल हुए हैं. पिछले 6 महीनों पर नजर डालें तो बस्तर संभाग में लगभग 76 लोगों की हत्या नक्सलवादी कर चुके हैं.

इसमें पुलिस जवानों के साथ ग्रामीण भी शामिल है. सितंबर महीने में बीजापुर जिले में हुुई हत्याओं पर विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि वहाँ 17 लोगों को नक्सलवादी मौत के घाट उतार चुके हैं. यह आंकड़े तो घोषित हैं लेकिन सच्चाई यह है कि नक्सलवादियों के खौफ से ग्रामीण अपने परिजनों की हत्या की शिकायत पुलिस थानों में नहीं कर पा रहे हैं. नक्सलवादी अब बेखौफ होकर हत्या कर रहे हैं.

समस्या निराकरण में असफल

डॉ. रमन सिंह ने राज्यपाल से पत्र के ज़रिए कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार नक्सलवाद की समस्या का निराकरण करने में असफल होती जा रही है. पुलिस को नक्सल समस्या का सामना करने के लिए फ्री हैंड नहीं दे रही है.

रमन सिंह ने पत्र में लिखा कि चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद से मुक्त करने का वादा किया था. लेकिन अब देखने में आ रहा है कि वह पहले से ज्यादा निर्भय और स्वतंत्र होकर आतंक फैला रहे हैं. इससे भाजपा की सरकार द्वारा जो नक्सलवादियों की कमर तोड़ने का प्रयास कर बस्तर को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए विकास किया गया था, वह अब रुक गया है.

पूर्व सीएम ने पत्र में राज्यपाल को लिखा है कि आपको विदित हो कि महीने में बीजापुर जिले में 25 हत्याएं होने के बाद भी प्रदेश के मुख्यमंत्री तो दूर गृहमंत्री ने भी जिले का ना तो दौरा किया और ना ही पुलिस के साथ बैठक करना जरूरी समझा. आप से अनुरोध है कि हमारे आदिवासी भाइयों के अमूल्य जीवन की रक्षा के लिए आप सरकार को उचित एवं कड़े कदम उठाने के लिए निर्देशित करें.

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